
कहावत सुनी होगी की राम नाम की लूट है लूट सके तो लूट, वास्तविक परिदृश्य में आरूषि नाम की सेल फिर खुली है...
आई-आई आरुषि आई... डिस्काऊंट है भाई, डिस्काऊंट है भाई...
नोएडा से खुर्जा, बना कल-पुर्ज़ा, खूब सजाओं रनडाऊन में,
क्या रखा है ख़बर फाऊंड में...
आई-आई आरूषि आई...
शिफ्ट इंचार्ज की बला टली, कहां से लाएं वापस खली,
शुक्र है कि मोबाईल मिल गया, प्रड्यूसरों का चेहरा खिल गया,
आई-आई आरूषि आई...
खूब चैप्टर प्लेट लगाओं, कोइ नया जासूस बुलाओ,
कोई जाकर स्टिंग कटवाओं, एक बढ़िया प्रोमों बनाओं,
आई-आई आरूषि आई...
एक ओबी वहां लगाओ, एक ओबी यहां लगाओ,
सारी ओबी जल्दी बुलाओ,
आई-आई आरूषि आई... कोई ब्रेकिंग की पट्टी चलाओ, कोई जाकर हाथ छपाओं,
कोई जाकर नौकरानी को लाओ, कोई जाकर बाईट ले आओ...
आई-आई आरूषि आई...
बहुत काम है क्या करते हो?, जल्दी लाओ कोई बड़ा सैटर,
टीआरपी का है ये मैटर,
आई-आई आरुषि आई...